होई जाओ संत, सुधारो थारी काया जी, अपने धनियोरा मार्ग झीणा है, ओ रावल माल, समझ्योडा वो …
Read more »हल्दीघाटी में समर लड्यो , वो चेतक रो असवार कठे। मायड़ थारो वो पूत कठे। वो एकलिंग …
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🍀🍀हरे घास री रोटी🍀🍀 अरे घास री रोटी ही‚ जद बन–बिलावड़ो ले भाग्यो। ना…
Read more »नाभि रे कमल नेजा रोपिया हो, राज सूरता ऊँची रे चढे। दोहा – गुरु बीन्जारा …
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