मेरी नज़र में दूध वाली चाय सीधे तौर पर गठिया आंतों के कैंसर लीवर कैंसर पेट गले और मुंह के कैंसर हर्ट डिज़ीज़ तथा आटो इम्युन डिज़ीज़ की जिम्मेदार है
फिर भी किसी को ये जहर पीना है पिएं और मरे वैसे भी आंखे बन्द किए बैठे हैं दिखाई नहीं देता कि कोई घर नहीं बचा जहां लोगों में असाध्य रोग फ़ैल न रहे हैं
चाय के साथ परांठा बिस्कुट नमकीन या भोजन मतलब ज़हर की डबल डोज़ है
चाय पीने से आपका पेट पूरी तरह से खराब हो जाता है। आपकी पाचन शक्ति खराब हो जाती है और साथ ही साथ आपके पेट में तेज़ाब बनना शुरू हो जाता है। गर्म देशों में चीनी की चाय पीने से गैस की समस्या होने लगती है। वही अम्लीय होने की वजह से आपके शरीर में एसिड की मात्रा बढ़ जाती है।
बहुत अधिक चाय पीने से गुर्दे की पथरी होती है और यहां तक कि इसमें ऑक्सालेट की उच्च सांद्रता के कारण आपके लीवर को भी नुकसान होता है।
खाली पेट चाय पीने से आपके पाचन तंत्र में गैस बन सकती है । चाय मूत्रवर्धक है, यह आपको लगातार पेशाब करने और बार-बार पेशाब करने का कारण बनती है, अगर बार-बार जलयोजन के साथ इसकी भरपाई नहीं की जाती है, तो यह निर्जलीकरण का कारण बन सकता है
वाइन की तरह चाय में भी टैनिन होता है, और इसका सेवन, विशेष रूप से खाली पेट करने पर, आपको मिचली आ सकती है। चाय में टैनिन सबसे पहले होता है और टैनिन बैक्टीरिया को मारने के लिए जाना जाता है, और यह चाय में स्वाभाविक रूप से पाया जाने वाला यौगिक है और पेट से गुड बैक्टीरिया मरा तो समझिए कि विटामिन बी12 गया और स्मृति दोष तनाव तथा न्य़ूरोलोजिकल डिसार्डर आएंगे साथ ही हैप्पीनेस हार्मोन्स नहीं रिलीज़ होंगे और जीवन तनाव डिप्रेशन में कटेगा
चाय पीने से, विशेष रूप से दूध आधारित चाय आपको मिचली महसूस कर सकती है, यह टैनिन की उपस्थिति के कारण होता है, जो पाचन ऊतक को परेशान करता है और सूजन, बेचैनी, पेट में दर्द का कारण बनता है। और आगमन होता है पैप्टिक अल्सर और अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसे रोग का
चाय का आप्शन
इलायची उबालकर बहुत हल्की मिश्री मिलाकर पिएं
सौंफ उबाल बहुत हल्की मिश्री मिलाकर पिएं
लौंग उबालकर बहुत हल्की मिश्री मिलाकर पिएं
लेमनग्रास उबालकर बहुत हल्की मिश्री मिलाकर पिएं
अदरक उबालकर बहुत हल्की मिश्री मिलाकर पिएं
दालचीनी उबालकर बहुत हल्की मिश्री मिलाकर पिएं
गुलाब पत्ती उबालकर बहुत हल्की मिश्री मिलाकर पिएं
चाहें तो इस सब आप्शन में थोड़ी ग्रीन टी एड कर सकते हैं
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