जीवन साथी का कुछ यूँही छोड़कर चले जाना जीवन मे एक सदमा था लेकिन ता-उम्र मलाल में रहकर अपने जीवन को निराशावादी नही बनाया।
सकारात्मक ऊर्जा व दर्द के मध्य से हौसलों की उड़ान अनन्त होती है और मेहनत का परिणाम हमेशा आशानुरूप होता है।
हिंडौली की अनिता जी का संघर्ष निंसदेह यह उन सभी के लिए सीख है जो, अभावों और परिस्थितियों का रोना रोकर नाकामयाबी के चर्चे आम करते है।
इतनी विकट परिस्थितियों के बावजूद भी स्वयं के भीतर की आग और हौसले को बनाये रखना और कामयाबी की इबारत लिखना अनिता जी का इतिहास स्वर्णिम अक्षरों में अक्षरशः लिखा जाएगा।
बहुत बहुत मुबारकबाद और बधाइयां और शुभकामनाएं...!!
आप हम सबकी प्रेरणा पुंज हो...💐
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