दीवानगी की अनोखी मिशाल प्रकाश राजपुरोहित

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दीवानगी की अनोखी मिशाल प्रकाश राजपुरोहित

#सफरनामा

 (सँगीतप्रेम का सफर)  सन 2015 से 2018 तक 



 मेरी सँगीत यात्रा की एक झलक ,
आज से तीन वर्ष पूर्व मेरी पहली बार मेरे गाँव #वीरवाड़ा में राजस्थान की सुप्रसिद्ध भजन गायिका श्रीमति #आशाजी वैष्णव के साथ मुलाकात ,यू समजो सिर्फ एक फ़ोटो उनके साथ खिचवाई थी, और मैने वो पहली बार किसी बड़े नामी गिरामी सिंगर के साथ कि फ़ोटो थी तो उत्साह बहुत था मन मे फेसबुक पर पोस्ट करके मुलाकात no 1 लिख दिया , उसके बाद उन्ही दिनों में आशाजी वैष्णव कुछ और कार्यक्रम मेरे नजदीक के गांवों में होने पर मेरा जाना हुआ और फ़ोटो का सिलसिला वैसे ही होता गया ,कुछ दिन तक यह चलता रहा ,फिर मुजे भी सँगीत के साथ साथ आशाजी वैष्णव के प्रति स्नेह भाव बढ़ता गया

एक दिन वो भी आया कि मुजे लगा कि आशाजी मुजे चेहरे से परिचित हैं ,एक बड़े प्रोग्राम में मेरे फ़ोटो उनके साथ नही हुई तो खुद ने बोला आप के फोटो लेने की थी ,ले लो
बस फिर क्या ,उसके बाद साल गुजर गया ,दूसरा साल लग गया ,और में उनके ग्रुप और सँगीत की दुनिया मे एक अलग ही पहचान बन गया था ,वो थी आशाजी वैष्णव के सुभचिंतक (प्रकाश राजपुरोहित वीरवाड़ा)
और धीरे धीरे सँगीत से जुड़ा हर कोई मुजे जानने लग गया
आज मेरी पहचान ही परिचय है ,जब जब समय गुजरने लगा ,
आशाजी वैष्णव भी सँगीतजगत का सिरमौर नाम और मै उनके ग्रुप के महत्वपूर्ण सदस्यों में सुमार होते गया आज उनके सुभचिंतक भारतवर्ष में बहुत ही ज्यादा संख्या में है
आज मुजे जो भी पहचान और लोकप्रियता हासिल हुई ,सब आशाजी वैष्णव की बदौलत ही है राजस्थान के सभी सँगीत सितारों में मेरी एक छवि है आज हर कलाकार से मेरे बहुत ही निजी  संबंध बने हुए यह एक अश्चि बात मेरी दृष्टि से कहलाती है
मित्रो ,यह बात है ,बाकी तो लिखने को तो बहुत कुछ है मेरी लिखावट पर कायनात कम पड़ जाएगी ,
आज 2018 समापन होते होते मेरी 100 मुलाकात सम्पन्न हुई है
यह सब आप लोगो का प्यार और स्नेह मिला ,

सँगीत से जुड़े सभी छोटे बड़े मेरे मित्रगण , बहने आप सब मेरे ह्रदय में वास करते हो मैं हमेसा कोशिश करता हु की आप को खुश देखु ,

"सफर जिंदगी का,
                          सफर संगीत का ,
सफर रिश्तों का,
बस
यह सफर ही तो है जो हमे प्रेरणा देता है कि चलते रहो
मै ही मंज़िल हु तुम्हारे हर उस राह की जिसको पाने की चाह में तुम हो ''

आपका स्नेह चिंतक
#प्रकाशराज पुरोहित वीरवाड़ा

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