यादावरी- "अनुभव की आंच से उपजी एक डायरी"

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यादावरी- "अनुभव की आंच से उपजी एक डायरी"

                Strength Is Life Weakness Is Death !

जब आप थक जाए तो खुद से कोई गिला हो जाए या निराश हो तो माता पिता को सदैव याद करना चाहिए ।
उम्र केवल मानसिक होती है।
परिवार खुन के दायरो में सबसे बड़ा होता है और जिंदगी तमाम परेशानियों के बावजूद भी खुबसुरत होती है। 
ऐसी  सारी चीजो को स्टेपल कर लेनी चाहिए जिसे उम्र भर अपनी परिवारिक स्थिति और अपन कहा से आये हैं वो कभी भुलना नही चाहिए और जिवन भागम भय के पिछे खो जाए और तारिख के साथ-साथ किसी चीज से जुड़ी हुई होती है।
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आदरणिय श्री @Jitendra Kumar जी आप वास्तव में द्रोणाचार्य हो बस जो की में आपकी छवि सामने रखकर आपसे प्ररेणा लुंगा अध्ययन करूंगा मुझे पुर्ण विश्वास  हैं में कामयाब हो जांउगा ! और मे सदैव आपका मार्गदर्शन चाहूंगा बस !
आदरणिय श्री पहले आपकी आज्ञा हो तो आपसे आशीर्वाद पाकर में जोधपुर श्री @Niramal Gehlot जी के मार्गदर्शन करना चाहूंगा और उनके ही काबिल पात्र बना रहु उनका सदैव मुझे मार्गदर्शन मिलेगा !
कुछ यादे ऐसी जो स्याही की मोहताज नही होती
आलोचना की चीढी में कामयाबी पाना औपचारिक परिक्षा में कामयाबी पाने की पहली चीढी है।


थोड़ा सा खुद को पा लेना बाकि सब कुछ पाने से बेहतर ही है।
में धरातल पर हमेशा रहूंगा और जमीन से जुड़ा हुआ रहूंगा जहा भी रहु अपनी मौजूदगी बनाये रखुंगा मैने कुछ लोग ऐसे भी देखें हैं जो की थोड़ी सी सफलता पाने के बावजूद भी पैर जमीन पर नही रहते और जितेंद्र जी आप इतना इतना कुछ पाकर धरातल पर अपनी मौजूदगी का अहसास दिलाते हो इसके लिए में निशब्द हू। बस
यादावरी के बहुत से पन्ने जो सच में बहुत खूबसूरत हैं। जैसे बारिश और पहाड़ी प्रेम इंतजार और बहुत कुछ।
हर तारिख के साथ किसी न किसी घर में कोई टिस जुड़ी हुई होती है।
बड़ा आदमी हो जाना बड़ी बात है, मगर बहुत बड़ा होकर भी छोटों की तरह रह लेना उससे भी बड़ी बात है !

यार; भला कोई ऐसे भी करता है ! तुम तो मिट्टी-मिट्टी करते माटी हो गए. !!
मंजिल की फिक्र सबको है मगर सफर का आनंद लेना कोई नहीं चाहता बस।
सौने का चम्मच लेकर पैदा होने वाला व्यक्ति अगर अगर कामयाबी पाता है उसमे आनंद नहीं कुछ और जो व्यक्ति तपकर कामयाबी हासिल करे उसका आनंद ही कुछ और ही है।

मुझे हमेशा यु ही लगता है। की इंसान को कभी हार नही माननी चाहिए हो सकता है कि लगातार प्रयास और सकारात्मकता के बावजूद कभी कभार अपवादस्वरुप शत प्रतिशत कामयाबी नही मिले तो कोई बात नहीं मगर आप पिछे मुड़कर देखेगें तो यही पायेगें की पहले वाली जगह से बहुत आगै आ गये होगें में जिवन में बहुत सारे लोगों से मिला हू। जिन्होने एक सार्थक मुकाम और नायाब का अर्थ दिया है।
#थपकी = बेरोजगार का हौसला सिर्फ एक थपकी मागता है।
#प्रेरणास्त्रोत= हर तारिख के साथ कुछ न कुछ सिखना चाहिए।
#जिंदगी= एक खूबसूरत जिंदगी बस कुछ बन जाओ कयोंकि कांदू नू सांद हैं उपलब्धिया ही इंसान का कद तय करती हैं।       ये सब यादावरी में उपलब्ध हैं।

में भीड़ का हिस्सा नहीं उसकी बजह बनना चाहूंगा बस।

मेरे प्रेरणास्रोत श्री  Dr. Jitendra Kumar Soni, IAS jii ..सादर 🙏.💐💐

✍️ Bheema ram Prajapat
Bheema  Ram Prajapat 

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